Hindi Romantic Shayari Photo Download
छू लेने दो उस लबों को,
जिस पर रश की धार बहती है,
करूं ऐसी गुस्ताख़ी अब,
जैसे प्यार की कोई बात होती है,
हो जाने दो कुछ ऐसी बात अब इस दिल से,
जो हमारे तुम्हारे मिलन की ये बात कहती है।
देखो ना कितनी रात हो गई,
साथ चल रहे थे दोनों
मन ही मन कुछ बात हो गई,
डाले हाथों में हाथ तेरे, बढ़ रहे थे कदम यूं
मगर, गलती कुछ ऐसी जो बेहिसाब हो गई।
सांसों से सांसें टकरा रही है देखो
लबों पे कुछ है, पर वो ख़ामोश है देखो
उमड़ती हुई बेहिसाब मोहब्बत मन में लिए
उंगलियों तले जुल्फ दबा वो हमसे घबरा रही है देखो।
बाली उम्र की है वो,
कैसे कहूं क्या है वो,
एक प्यास है, मोहब्बत वाली आस है वो,
मधुर मधुर सी कोमल सी वो,
प्रेम है संग प्रेम की रस धार है वो
छू लेने दो नाज़ुक होठों को, कुछ और नहीं हैं जाम हैं ये
क़ुदरत ने जो हमको बख़्शा है, वो सबसे हसीं ईनाम हैं ये
घर में भी दिल नहीं लग रहा, काम पर भी नहीं जा रहा
जाने क्या ख़ौफ़ है जो तुझे चूम कर भी नहीं जा रहा
तेरी निगाह-ए-नाज से छूटे हुए दरख़्त
मर जाएं क्या करें बता सूखे हुए दरख़्त
शौक़ है इस दिल-ए-दरिंदा को
आप के होंठ काट खाने का
जंग तो ख़ुद ही एक मसअला है
जंग क्या मसअलों का हल देगी
यूँही दिल ने चाहा था रोना-रुलाना
तिरी याद तो बन गई इक बहाना
Comments
Post a Comment